Hydrogen Solar Panel : दिन-रात बिजली उत्पन्न करने वाली अद्भुत सोलर पैनल, बिजली बिल की परेशानी से छुट्टी
Nai Yojana: सोलर सिस्टम के नाम सुनते ही सभी लोगों के मन में दिन के उजाले की तस्वीर उभरती है लेकिन क्या आपको यह जानकारी मालूम है कि अब रात में भी अंधेरे के समय में भी सोलर पैनल काम कर सकते हैं, जी हां विज्ञापन ने एक बार फिर से चमत्कार कर दिखलाया है आईए जानते हैं सोलर पैनल कि इस अद्भुत तकनीक के बारे में जो दिन रात हमारी ऊर्जा प्रदान करके जरूर को पूरा करने में बेहतरीन कारगर साबित हो सकता है।
हाइड्रोजन सोलर पैनल भविष्य की ऊर्जा
हाइड्रोजन सोलर पैनल एक प्रकार का नवीन तकनीक है जो रात के समय में भी बिजली उत्पादन को संभव बनाती है यह फाइनल दिन के समय सूर्य की ऊर्जा को उपयोग करके हाइड्रोजन गैस उत्पादन करती है इसके बाद रात के समय में इस हाइड्रोजन का उपयोग करके बिजली प्रदान की जाती है।
हाइड्रोजन सोलर पैनल एक प्रकार का एडवांस टेक्नोलॉजी है जो हाइड्रोजन गैस का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करने में सक्षम है दिन के समय में या पैनल सूर्य की रोशनी का उपयोग करके बिजली बनती है जिसका एक हिस्सा पानी (H2O) को हाइड्रोजन (H2)और ऑक्सीजन (O2) में विभाजित करता है इस प्रक्रिया को इलेक्ट्रोलिसिस कहते हैं इस प्रकार हाइड्रोजन गैस को स्टोर की जाती है।
आपको यह बात जानकर आश्चर्य होगा कि हाइड्रोजन की थोड़ी सी मात्रा ही काफी बिजली प्रदान की जा सकती है इसलिए हाइड्रोजन गैस को भविष्य का ईंधन कहते हैं हाइड्रोजन गैस के भंडार धरती पर नहीं मिलती है बस इसे अपनी और बिजली से ही उत्पन्न की जा सकती है।
हाइड्रोजन गैस बनने के पीछे क्या है कारण?
यदि आपकी भी मन में यह सवाल आ रहा है की आखिरी कर या पैनल हाइड्रोजन गैस कैसे उत्पन्न करती है तो इस पैनल के पीछे इलेक्ट्रोड और गैस ट्यूब्स का सिस्टम होती है जो हवा से नमी को सुख लेती है और उसे नामी में पानी की मात्रा होती है और हम सब जानते हैं कि पानी हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से मिलकर बना होता है अब इस पानी में सोलर पैनल से बनी इलेक्ट्रिक करंट को प्रवाहित है करते हैं तो हाइड्रोजन और ऑक्सीजन गैस अलग-अलग हो जाती है इस प्रकार हाइड्रोजन गैस को कंटेनर में कलेक्ट कर लेते हैं और ऑक्सीजन गैस को वातावरण में छोड़ दी जाती है जिससे हमारा पर्यावरण भी सुरक्षित हो।
संध्या के समय जब सूरज की रोशनी नहीं होती है तो स्टोर्ड हाइड्रोजन गैस का उपयोग फ्यूल की तरह की जाती है यानी कि इस हाइड्रोजन का उपयोग बिजली बनाने के साथ-साथ पेट्रोल और डीजल की तरह ट्रक बस कर चलाने में भी उपयोग किया जा सकता है इस प्रकार हाइड्रोजन सोलर पैनल रात में भी बिजली उत्पन्न करने में सक्षम होती है।
हाइड्रोजन सोलर पैनल की कीमत क्या है?
हाइड्रोजन सोलर पैनल की कीमत है अभी आधिकारिक रूप से तय नहीं की गई है क्योंकि यह टेक्निक अभी विकासशील चरण में है हालांकि विशेषज्ञों का यह मानना है कि जब इनका उत्पादन बड़े-बड़े पैमाने पर होना शुरू होगा तो इसकी कीमत मौजूदा सोलर पैनल की कीमत के आसपास हो सकती है या इसे सस्ता।
एंटी सोलर पैनल अंतरिक्ष से प्रेरित तकनीक
भारत देश के वैज्ञानिकों ने एक और अद्भुत तकनीक विकसित की है जिसे एंटी सोलर पैनल कहा जाता है यह सोलर पैनल संध्या के बाद रात के समय पृथ्वी से अंतरिक्ष की ओर उत्सर्जित होने वाली अवरक्त करने का उपयोग करके बिजली उत्पन्न करता है।
सोलर पैनल की विशेषताएं?
- यह अद्भुत सोलर पैनल दिन की तुलना में रात में अधिक प्रभावित होती है।
- यह सोलर पैनल पर्यावरण के लिए पूरी तरह से अनुकूल है क्योंकि यह केवल प्राकृतिक उसका उत्सर्जन का उपयोग करता है।
- इसकी क्षमता पारंपरिक सोलर पैनल की तुलना में कम होती है लेकिन यह निरंतरण ऊर्जा उत्पन्न की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- यह तकनीक पर हालांकि अभी तक शोध चल रहा है जल्द ही इसे भारतीय बाजारों में लाया जा सकता है।
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